इक झलक देख लें तुझको तो चले जाएंगे
कौन आया है यहां उम्र बिताने के लिए : शकील आज़मी
गणेश पाण्डेंय। मुंबई
रविवार 17 सितम्बर को आयोजित कार्यक्रम अलाव मे मुबंई के हिन्दी और उर्दू के नज्म ग़ज़ल और रचनाएं पढी गयी यह कार्यक्रम शब्द फाउंडेशन के संतोष सिंह और ख्वाब फाउंडेशन के विक्रम सिंह के संयुक्त प्रयास के अंतर्गत अलाव कवि सम्मेलन /मुशायरा के नाम से आयोजित किया गया।कार्यक्रम अंधेरी के भवन्स कालेज के सांस्कृतिक सभागार मे आयोजित था। कार्यक्रम मे भाग लेने आए पूर्व राज्य मंत्री महाराष्ट्र अमरजीत मिश्रा मुबंई विश्वविद्यालय के हिन्दी प्रोफेसर डाक्टर करूणाशंकर उपाध्याय म्यूजिक कंपोज़र कुलदीप सिंह, फ़िल्म डाइरेक्टर आनंद तिवारी, स्टार्ट उप की दुनिया मे उभरता हुआ नाम विनीत सिंह और साहित्यकार सिद्धार्थ सांडिल्य सहित तमाम विशिष्ट लोग उपस्थित रहे।
इसके साथ साथ कुछ लोगों को सम्मानित किया गया, जिसमे से ग़ज़ल मे अपने अद्भुत योगदान के लिए दीक्षित दनकौरी, अभिनय मे उभरता नाम आशुतोष उज्जवल, फ़िल्म निर्देशक शुभम गावंडे, समाजसेविका डॉ शिवालिका शर्मा, शायर सिद्धार्थ सांडिल्य का सम्मान किया गया
ग़ज़ल और हिन्दी रचनाओ को पढने वालो मे कवि /शायर दीक्षित दनकौरी शकील आज़मी,मोनिका सिंह, प्रज्ञा शर्मा,विशाल बाग,नवीन जोशी नवा,संतोष सिंह, विक्रम सिंह, अमीर हमजा और मंच संचालन का कार्य आरजे स्वाति ने किया।
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