महानगरपालिका को जांच के लिए सूचित किया गया
नवी मुंबई:- प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान शहर में पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। इस पानी की कमी का कोई ठोस कारण नहीं है। क्योंकि पानी की आपूर्ति के लिए नवी मुंबई का अपना मोरबे बांध है। ऐरोली विधायक गणेश नाईक ने बुधवार को आरोप लगाया कि प्रशासन में कुछ अधिकारियों की लापरवाही के कारण पानी की समस्या पैदा हुई है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी खुलासा किया है कि मोरबे के पानी को पनवेल इलाके के कुछ ग्रामीण इलाकों में डायवर्ट किया गया है।
नवी मुंबईकरों के सामने पानी की कमी के साथ-साथ महानगरपालिका के विभिन्न संवर्गों के कॉन्ट्रेक्टर के साथ-साथ श्रमिकों की एकमुश्त एवं नकद मजदूरी की मांग, परिवहन सेवा के कर्मचारियों के प्रश्न और अनधिकृत फेरीवालों की समस्या जैसे विभिन्न मुद्दों पर नाईक ने बुधवार को पालिका आयुक्त राजेश नार्वेकर से मुलाकात कर चर्चा की। इस अवसर पर पूर्व सांसद संजीव नाईक, पूर्व विधायक संदीप नाईक, पूर्व मेयर जयवंत सुतार, पूर्व विरोधी पक्ष नेता दशरथ भगत आदि मौजूद थे। नवी मुंबईकरों को प्यासा रखकर अगर कोई उनके हिस्से का पानी कहीं और डायवर्ट करेगा तो यह नवी मुंबईकरों को बर्दाश्त नहीं होगा। ऐसा स्पष्ट कहते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पानी की समस्या का समाधान जल्द से जल्द नहीं किया गया तो नवी मुंबई महानगरपालिका के खिलाफ मोर्चा निकाला जायेगा।
नाईक ने प्री-मानसून कार्यों को समय पर पूरा करने के साथ ही अनधिकृत फेरीवालों पर नियंत्रण के लिए अलग से पुलिस व्यवस्था लागू करने का सुझाव दिया है। परिवहन सेवा के कर्मचारियों को छठे और सातवें आयोग के वेतन के अंतर का भुगतान करने के लिए कहा। इस मौके पर नाईक ने कर्मचारियों के वेतन में एकमुश्त बढ़ोतरी करने और एनएमएमटी में प्रस्तावित की गई प्राइवेट भर्ती के प्रस्ताव को रद्द करने जैसी मांगें भी रखी। इस दौरान नाईक ने यह भी कहा कि पालिका आयुक्त राजेश नार्वेकर ने वादा किया है कि आने वाले समय में इन सभी मुद्दों का सकारात्मक समाधान निकाला जायेगा।
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