State is important state is powerless. it does not act in time why do we have a state at all if it is remaining silent? justice KM Joseph aired his anguish during the hearing
सरकार नपुंसक है, शक्तिहीन है, और वह समय पर कार्रवाई नहीं करती है।
क्या सुप्रीम कोर्ट सत्य को नहीं देख रही है, या फिर देख समझ कर भी औपचारिकता ही पूरी कर रही है। क्या ऐसे मामलों में टिप्पणी कर देना ही पर्याप्त है? क्या कोर्ट को नहीं पता कि सरकारें किस गणित मे ऐसा करतीं हैं। क्यों ऐसे मामले में दंडात्मक कार्यवाही नहीं की जाती। क्यों कोर्टें फटकार लगाकर अपनी जिम्मेदारी पूरी हुई मान लेती है। फटकार एक हेडिंग तो बन जाती है पर इसका हासिल कुछ नहीं निकलता। अगर सच में कोई चिंतित है तो उसे ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ना कि केवल बयानबाजी।
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