बात समझ में नहीं आती, बुद्धिजीवी कहते हैं जनता बहुत समझदार है, नेता कहते हैं वह जनता हित के लिए समर्पित हैं। जनता समझदार है तो सब खेल कैसे चल रहे हैं? जनता के लिए हो रहा है तो वह निरीह क्यों है?
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Sunday, March 26, 2023
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