रेलवे स्टेशनों पर जाइए बाकायदा प्रचारित किया जा रहा कि वस्तुओं के प्रेस्क्राब्ड दाम से अधिक दाम न दे। अधिक दाम लेने वाले की शिकायत दर्ज कराए।पानी से लेकर अन्य वस्तुएं घुलेआम अधिक दाम पर बेची जा रही है। विरोध करने पर विक्रेता सीधे कहता है शिकायत कर दीजिए पैसा खिलाकर बेंच रहे हैं। आरपीएफ के गुड वर्क का आये दिन प्रचार करने वाली रेलवे को आरपीएफ की अबैध वसीली का यह नेटवर्क नहीं दिखता।यही नहीं स्टेशनों पर लगी दुकानों पर भी अंकित मूल्य से अधिक दाम में वस्तुएं बेची जाती हैं। प्रचारित किया जा रहा है कि बिल नही तो खाना सामान फ्री। पर ट्रेन की कैन्टीन तक में बिल नहीं दिया जाता। बहुत सारे स्टेशनों पर बाहरी होटल वाले अपने पर्चे बांट कर ऑडर देने की बात कहते हैं। कभी तो वे घटिया खाना और सामान बेंच कर चंपत हो जाते हैं। आखिर ऐसा कैसे हो रहा कि रेलवे में कोई भी अपने माल की सप्लाई करके चला जा रहा है। इस प्रकार रेलवे को करोडो का घाटा लगाया जा रहा है इस पर कोई कार्यवाही होती नहीं दिखती। रेल नीर के स्थान पर लोकल पानी धडल्ले से बेचा जा रहा है। क्या यह सब किसी का दिखता नहीं या फिर यह सत्य है कि खिलाकर बेंच रहे है। जहां करनी हो शिकायत कर दीजिए।
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Thursday, July 21, 2022
केवल प्रचार होता है, दोषी के खिलाफ नहीं होती कोई कार्यवाही
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